इंसान की विवशता हृदय की आकुलता। लाचार व्यवस्था सबकी विफलता।। इंसान की विवशता हृदय की आकुलता। लाचार व्यवस्था सबकी विफलता।।
सालों से एक रुके हुए फैसले पे इतराता कश्मीर आज गुनगुना रहा है। सालों से एक रुके हुए फैसले पे इतराता कश्मीर आज गुनगुना रहा है।
वो है, मेरे बजरंगबली का साखी उनसे ही अपनी सांसों को चलते देखा है। वो है, मेरे बजरंगबली का साखी उनसे ही अपनी सांसों को चलते देखा है।
अब मौत का मंज़र, जीने की अब किसको पड़ी है ये दुनिया.........। अब मौत का मंज़र, जीने की अब किसको पड़ी है ये दुनिया.........।
बहुत असहाय, बहुत छोटे हो जाते हैं हम रह जाते हैं हाथ बांधे टूट जाता है भ्रम, बहुत असहाय, बहुत छोटे हो जाते हैं हम रह जाते हैं हाथ बांधे टूट जाता...
तुम इस रेप पर लगाम, लगाआगे कब ? इन दरिंदों को फ़ांसी पर, लटकाओगे कब ? तुम इस रेप पर लगाम, लगाआगे कब ? इन दरिंदों को फ़ांसी पर, लटकाओगे कब ?